रिपोर्ट::अंकित सेन
अयोध्या में पुलिस की लापरवाही के चलते एक 14 वर्षीय छात्रा को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। नाबालिग छात्रा ने रेप और रेप का वीडियो वायरल करने की धमकी से परेशान हो कर ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर लिया। परिजनों का आरोप है कि बेटी से हुई दरिदगी की सूचना कुछ दिन पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों को लिखित रूप में दिया था, लेकिन अयोध्या पुलिस हाथ पर हाथ रखे सोती रही और मनबढ़ रेपिस्ट लगातार रेप का वीडियो दिखाकर 1 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। जिसके चलते नाबालिग छात्रा को खुदकुशी करना पड़ा।
मामला कोतवाली अयोध्या के बाग विगेश्वर का है, जहां कक्षा 8 की 14 वर्षीय नाबालिग छात्रा ने बीती शाम ट्रेन से कट कर जान दे दी। परिजनों का आरोप है कि बीते दिनों दबंगों ने मृतिका के साथ झाड़ियों में ले जाकर दुष्कर्म किया और उसका वीडियो भी बना लिया। जिसकी सूचना पीड़ित परिवार ने आलाधिकारियों को दी, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। वहीं दूसरी तरफ आरोपी रेपिस्ट वीडियो दिखा वायरल करने की धमकी देकर लगातार पीड़िता से 1 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। जिससे क्षुब्ध होकर पीड़िता ने बीती रात ट्रेन के आगे आकर खुदकुशी कर ली। मृतका की माँ ने पुलिस और आरोपी युवको पर गंभीर आरोप लगाये है। आरोप है कि राहुल नाम के युवक ने अपने अन्य तीन दोस्तों के साथ मणिपर्वत के पीछे सुनसान जगह पर नाबालिग का रेप किया और रेप के दौरान खड़े अन्य तीन युवको ने रेप का वीडियो बनाया। फिर लड़की को वीडियो दिखा कर एक लाख रुपये घर से लाने का दबाव डालने लगे। जिससे परेशान हो कर लड़की ने अपने साथ घटी रेप की घटना को परिजनों को बताया और लोकलाज के डर से अयोध्या रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से कट कर जान दे दिया।
अब सवाल इस बात का उठता है कि अयोध्या जैसे संवेदनशील इलाके में रेप जैसी बड़ी वारदात होती है। जिसकी शिकायत परिजन आलाधिकारियों से करते हैं, लेकिन पुलिस कार्यवाही क्यों नहीं करती? शायद वक्त रहते पुलिस कार्रवाई करती तो कक्षा 8 की नाबालिक को अपनी जान न गवांना पड़ता। जब मामले ने तूल पकड़ा तो आनन-फानन में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोतवाली अयोध्या में मुकदमा दर्ज कर पुलिस की आधा दर्जन टीमों को आरोपी युवको की गिरफ़्तारी के लिए लगाया है। लेकिन घटना के 12 घंटे से अधिक बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। जिसके चलते पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे है।
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