अयोध्या पहुंचे राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्र ने ट्रस्ट के सदस्यों के साथ सबसे पहले हनुमानगढ़ी जाकर बजरंगबली का आशीर्वाद लिया और उसके पर रामलला का दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया, जहां उन्होंने ट्रस्ट के सदस्यों के साथ अधिग्रहित परिसर में करीब दो घंटे से ज्यादा का समय बिताया और सदस्यों के साथ राम जन्मभूमि परिसर में स्थित गर्भ गृह में विराजमान रामलला को शिफ्ट करने व भावी राम मंदिर निर्माण को लेकर निरीक्षण और चर्चा की। रामलला का दर्शन-पूजन करने के बाद उनका काफिला सीधे रामघाट स्थित रामजन्मभूमि कार्याशाला पहुंचा, जहां रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने उन्हें तराशे गये पत्थरों के विषय में विस्तारपूर्वक बताया और उन्हें राम मंदिर निर्माण के समय तराशे गये पत्थ्रों का किस तरह से इस्तेमाल किया जायेगा जैसे कौन सा पत्थर कहां लगेगा, छत में कौन सा पत्थर लगेगा, मंदिर के अन्य स्थानों में कौन से पत्थर का इस्तेमाल होगा व तराशे गये पिलर का किस तरह से उपयोग होगा इसकी भी विधिवत जानकारी दी। इससे पहले राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने सर्किट पहुंचे थे, जहां उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मुलाकात की और फिर रामलला दर्शन के लिये रवाना हुये। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि रामनवमी के दौरान राम मंदिर निर्माण को लेकर कोई बड़ा कदम नहीं उठाए जाने वाला है, क्योंकि इस दौरान अयोध्या में लाखों की संख्या के श्रद्धालु आते हैं और रामलला का दर्शन-पूजन करते हैं, इसलिए उनकी पहली प्राथमिकता उनको सकुशल दर्शन कराकर घर वापसी कराने की है। वही दूसरी ओर ट्रस्ट के एक सदस्य कामेश्वर चैपाल का कहना है कि सर्वे होने के बाद भूमि की स्वाएल टेस्टिंग होगी। उसके बाद रिपोर्ट देंगे उस रिपोर्ट पर निर्णय होगा। इस दौरान ट्रस्ट के सदस्य विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, डा0 अनिल मिश्रा, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, मण्डलायुक्त एमपी अग्र्रवाल, एसएसपी आशीष तिवारी भी मौजूद रहे।
01 March 2020
Author: Editor
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