अमानीगंज। विकासखंड के ग्राम पंचायत गहनाग में विकास कार्यों के फर्जीवाड़े और धन के बंदरबांट की शिकायत की जांच अपर जिला पंचायत राज अधिकारी अविनाश कुमार द्वारा बुधवार को की गई। ग्राम पंचायत गहनाग में राज्य वित्त योजना 2016-17 में ग्राम प्रधान द्वारा कथित रूप से लगाई गई 64 स्ट्रीट लाइट की सापेक्ष चार स्ट्रीट लाइटें गांव में मौके पर लगी पाई गयी। ग्राम पंचायत के निवासी भवानीभीख, संतराम, श्याम लाल, महेंद्र सिंह के दरवाजे पर बांधी गई लाइट का जांच में खुलासा हुआ कि उपरोक्त सभी लाइट 5 दिन पूर्व 6 मार्च को ही बांधी गई हैं। ग्रामीणों ने जांच अधिकारी को बताया कि उपरोक्त लाइटे जांच के घेरे में आने के बाद प्रधान द्वारा लगवाई गई हैं।
ग्रामीणों की शिकायत पर ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ऋषि कांत यादव को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए वर्तमान प्रधान श्रीनाथ को 24 घंटे के अंदर 64 स्ट्रीट लाइट का लेखा-जोखा प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। वहीं दूसरी ओर संगम के खेत से राम पदारथ के दरवाजे तक 400 मीटर खड़ंजा निर्माण के बाबत पूछे जाने पर ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान कुसमा सिंह के पुत्र अजय सिंह का कहना था कि उपरोक्त कार्य उनके कार्यकाल में 2014-15 में करवाया गया था और उसमें सिंह मार्ग का ईंट का प्रयोग किया गया है जिसके अभिलेख उनके पास मौजूद हैं। जबकि उपरोक्त खंड़जे को ही मौजूदा ग्राम प्रधान द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से वित्तीय वर्ष 2018-19 में नवनिर्माण दिखाकर धन की बंदरबांट कर ली गई।
ग्राम पंचायत गहनाग में हुए विकास कार्य की शिकायत गाँव निवासी सुधीर सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर जाकर उनसे की थी। जिसमें बड़े पैमाने पर गांव में स्ट्रीट लाइट में ₹106500 व पूर्व प्रधान द्वारा लगाए गए खडंजा के ऊपर पुनर्निर्माण दिखाकर ₹135198 निकालने का आरोप लगाया गया था जिसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री के विशेष सचिव द्वारा जिलाधिकारी अयोध्या को आदेश दिए गए थे उसी के क्रम में आज अपर जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा जांच की गई तो लाइट व गलत रूप से खडंजा र्निमाण का सच देखकर जांच अधिकारी हक्का बक्का रह गए देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कारवाई करता है।
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