मिल्कीपुर। इनायतनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत खजूरी मिर्जापुर गांव में मुंबई से अपने घर वापस लौटे 2 प्रवासी युवकों ने गांव के बाहर बाग में बना क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाकर खुद को मचान के ऊपर शिफ्ट कर लिया है। युवकों को भोजन से लेकर मोबाइल चार्जिंग तक की व्यवस्था उनके मचान पर ही उनके परिजनों के सहयोग से बना दी गई है।
मिल्कीपुर तहसील अंतर्गत खजूरी मिर्जापुर गांव में दो युवक गुलशेर खां 21 वर्ष एवं महताब खान उम्र करीब 20 वर्ष मुंबई से वापस अपने घर लौटे थे। उनके गांव पहुंचते ही ग्रामीणों ने कानाफूसी और टोका टाकी शुरू कर दी। जिससे दोनों युवकों ने गांव के बाहर बाग में रहने का निर्णय ले लिया। किंतु जंगली एवं छुट्टा जानवरों के भय से उन्होंने बाग में ही अलग-अलग दो मचान बना लिए। जहां मचान पर ही उन्होंने भोजन से लेकर मोबाइल तक के चार्जिंग हेतु सोलर पैनल तक का संसाधन जुटा लिया। दोनों युवकों ने रमजान के महीने में रोजा का व्रत भी रखा है। उनके परिजन उन्हें रोजा में शहरी से लेकर इफ्तारी तक की व्यवस्था उनके मचान पर ही दे रहे हैं। दोनों युवक अपने अपने मकानों पर ही पांचों वक्त की नमाज भी अदा कर रहे हैं। दोनों युवकों के क्वारंटीन किए जाने के इस नायाब तरीके की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य कर्मी क्षेत्रीय एएनएम एवं आशा बहू की टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने कोरोनावायरस संबंधी पंपलेट भी बाग में लगे पेड़ों में चस्पा कर दिया है। फिलहाल दोनों युवकों का यह कारनामा समूचे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है कोई इन युवकों के इस कृत्य को मजाकिया अंदाज में देख रहा है तो कोई गांव में झगड़ा विवाद न हो इससे उनको आबादी से दूर रहना ही ठीक मान रहा है। दोनों युवकों ने बताया कि इस महामारी से निपटने का तरीका केवल बचाव एवं एहतियात ही है। जिसे अपनाकर इस गंभीर बीमारी से अपनी जान बचाई जा सकती है।
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