12 May 2020

परीक्षकों के मोबाइल में आयुष कोविड कवच एवं आरोग्य सेतु ऐप अनिवार्य


रिपोर्ट:कुमकुम

अयोध्या।कोविड-19 के संक्रमण की वजह सेदेशव्यापी लाॅकडाउन के तृतीय चरणमें डाॅ0 रामनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में मुख्य परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य गति पकड़ने लगा है।इस सम्बन्ध में विश्वविद्यालय  द्वारा केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा कोरोना केसम्बन्ध में जारी एडवाइजरी का अनुपालन करते हुए परीक्षकों से मूल्यांकन कार्य करवाया जा रहा है।मूल्यांकन में लगे परीक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के थर्मल स्केनिंग के उपरांत ही प्रवेश दिया जा रहा है।इसके साथ ही मास्क, सेनिटाइजर का अनिवार्य रूप से प्रयोग एवं सोशल डिस्टेसिंग बनाते हुए मूल्याकंन का कार्य कराया जा रहा है।विश्वविद्यालय में केन्द्रीय मूल्यांकन कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित के निर्देश पर 08 मई,2020 से कराया जा रहा है।लाॅकडाउन को देखते हुए जिला प्रशासन की अनुमति पर अभी अयोध्या जनपद के परीक्षकों को लगाया है।परिसर के मुख्य द्वार पर विभिन्न विषयों के परीक्षकों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों की बराबर थर्मल स्केनिंग द्वारा जाॅच की जा रही है।इसके लिए बकायदा उपस्थिति पंजिका बनाई गई है जिनमें उनके प्रत्येक दिन का रिकार्ड दर्ज किया जा रहा है।विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक उमानाथ ने बताया कि केन्द्रीय मूल्यांकन में अभी अयोध्या जनपद के परीक्षकों को मूल्यांकन में लगाया गया है।बाहरी जनपदों के परीक्षकों को नही लगाया है।इस सम्बन्ध में जिला प्रशासन की अनुमति ली गई है।मूल्यांकन में लगे परीक्षकों को आयुषकोविड कवच एवं आरोग्य सेतु ऐप मोबाइल में डाउनलोड करने के उपरांत ही मूल्यांकन में लगाया गया है।परीक्षकों को स्पष्ट निर्देश प्रदान कियागया कि सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करते हुए सोशल डिस्टेसिंग अपनाते हुए मूल्यांकन का कार्य संपादित करें।नियमों के पालन के लिए अधिकारियों द्वारा समय पर निरीक्षण किया जा रहा है।मूल्यांकन सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हो रहा है।बीएससी एव बीए तृतीय वर्ष के फिजीक्स, कमेस्ट्री, बाॅट्नी, संस्कृत, अंग्रेजी, उर्दू, प्राचीन इतिहास की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन चल रहा है।अभी तक सभी विषयों में कुल 44 परीक्षकों को स्थानीय जनपद से लगाया गया है। 4 हजार 4 सौ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन सम्पन्न हो चुका है।

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