अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट एंड सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट सेल द्वारा "टेक्नोलॉजी री-डिफाइनिंग ग्लोबल इकोनामी पोस्ट कोविड-19" विषय पर इंटरनेशनल वेबीनार का आयोजन दिनांक 31 मई, 2020 को किया गया। वेबीनार की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने विश्वव्यापी महामारी में इंटरनेट के माध्यम से अध्ययन की गुणवत्ता और क्वालिटी स्किल पर जोर दिया। कुलपति ने बताया कि यदि ऑनलाइन प्लेटफार्म को विकसित करना है, तो इसके लिए हाई स्पीड इंटरनेट को प्रत्येक गांव और कस्बों तक पहॅुचाना होगा। उन्होंने बताया कि क्वालिटी स्किल पर हम सभी को बहुत ज्यादा काम करना होगा।
वेबिनार के मुख्य अतिथि ग्लोबल माइनिंग कनाडा के एडवाइजरी डायरेक्टर प्रो0 बॉब सिनक्लेयर ने कहा कि कोविड-19 की वजह से तकनीकी पर निर्भरता बढ़ गई है। इससे आने वाले समय में विश्वभर में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा। विश्व की अर्थव्यवस्था पूरी तरीकें से आॅनलाइन तकनीक पर संचालित हो रही है। इसकी सिक्योरिटी पर भी हम सभी को ध्यान देना होगा। प्रो0 बाॅब ने नई तकनीक और मैटेरियल साइंस का भविष्य में क्या उपयोगिता होगी, इसकी वृहद जानकारी प्रदान की।
विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो0 एलेक्स साउथ, वियतनाम ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स रोबोटिक्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की उपयोगिता के बारे में जानकारी प्रदान की। जेपी मॉर्गन के वाइस प्रेसिडेंट निधीश सिंह ने ग्लोबल इकोनामी में भारत की भूमिका पर अपना व्याख्यान दिया। मल्टी नेशनल कंपनी के सीईओ सुमित अग्रवाल ने अमेरिका से जुड़कर छोटे-छोटे प्लेटफार्म को नए तरीके से कम समय में डेवलप करने के बारे में बताया। डायरेक्टर के0 जी0 केतन गांधी ने ग्लोबल इकोनामी, जीडीपी एवं इनोवेशन पर अलग-अलग तरीकों से कार्य करने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। एचआर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट विकास वत्स ने ऑटोमेशन और टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन के बारे में व्याख्यान दिया। प्रो0 सोलोमर मागला ने डाटा अनुमान की उपयोगिता के बारे में बताया। डाॅ0 मनप्रीत मन्ना, फॉर्मर डायरेक्टर एआईसीटीई ने लैंग्वेज और स्किल डेवलपमेंट आवश्यक बताया। डीन पोस्टर अरगुलस फिलीपींस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को आने वाला भविष्य बताया। संस्कृति यूनिवर्सिटी की डायरेक्टर डॉ0 दिव्या तंवर ने ऑनलाइन एजुकेशन में उत्पन्न समस्याओं पर चर्चा की। इसी क्रम में एक्सपर्ट डॉ0 गिना अल्कोरिजा ने टूरिज्म सेक्टर में होने वाले परिवर्तन और भविष्य में ग्लोबल इकोनामी में इसका क्या इफेक्ट पड़ेगा? इसके बारे में विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय प्लेसमेंट सेल की डायरेक्टर एवं वेबिनार की संयोजिका डॉ0 गीतिका श्रीवास्तव ने टेक्नोलॉजी आधारित अर्थव्यस्था की आवश्यकता और नवीन संभावनाओं के बारे में बताया। इस वेबिनार में देश विदेश से बहुत से एक्सपर्ट जुड़े और उन्होंने विश्व के अलग-अलग देशों में वर्तमान स्थिति में टेक्नोलॉजी की उपलब्धता तथा आने वाले समय में उत्पन्न होने वाली आर्थिक और सम्माजिक परिस्थिति में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डाटा साइंस की संभावनाओ पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में विदेश से जाने-माने प्रोफेसर और भारत के अलग-अलग राज्यों से रिसर्च स्कॉलर शिक्षाविद और इंडस्ट्री एक्सपर्ट ने जोड़कर इस कार्यक्रम को एक नई दिशा दी इस कार्यक्रम में लगभग 2,000 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन कराया।
कार्यक्रम का सफल आयोजन कराने के लिए प्रति कुलपति प्रो0 एसएन शुक्ल ने प्लेसमेंट सेल को शुभकामनाएं दी और कहा कि इस वेबिनार के माध्यम से प्रतिभागी नई तकनीक से परिचित हो सकेंगे। कॉमर्स संकाय के डीन प्रो0 अशोक शुक्ला ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से विश्वद्यालय का नाम विश्व पटल पर गौरवान्वित होगा। आई0ई0टी0 संस्थान के निदेशक प्रो0 रमापति मिश्र ने इस वेबीनार की उपयोगिता के बारे में बताया और कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन प्लेसमेंट सेल के को-ऑर्डिनेटर राजीव कुमार ने किया। इस वेबिनार में इंजीनियर जैनेंद्र प्रताप, इंजीनियर अनुराग सिंह और डॉ प्रतिभा त्रिपाठी की विशेष भूमिका रही।
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