रिपोर्ट:अंकित सेन/दृष्टान्त हेम
28 वर्षों बाद अधिग्रहित परिसर में हुआ शिव का रुद्राभिषेक
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष और मणि रामदास की छावनी के महंत महन्त नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास ने लम्बे अंतराल के बाद कुबेरटीला स्थित भगवान शशांक शेखर के मंदिर में शिव का रुद्राभिषेक किया। जिसके साथ ही राम मंदिर निर्माण में तेजी लाये जाने की अटकलें तेज हो गयी है।
दरअसल, अनलॉक-वन के शुरू होते ही राम नगरी सहित धार्मिक स्थलों के खुलने के बाद धार्मिक आयोजन होने शुरू हो गए। इसी कड़ी में सन्त कमल नयन दास ने संतसभा के अध्यक्ष कन्हैया दास सहित संतो के साथ भोलेनाथ का रुद्राभिषेक कर विश्व में सुख-शांति, कोरोना महामारी से मुक्ति सहित राम मंदिर निर्माण में आ रही विघ्न बाधाओं को दूर करने की कामना से साथ भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया।
बता दें कि अयोध्या विवाद के चलते लम्बे समय से रामलला के गर्भगृह के अलावा अधिग्रहीत परिसर में पढ़ने वाले सभी मंदिरों में पूजा पाठ बंद हो चुका था अब परिसर श्री राम जन्म भूमि ट्रस्ट को स्थानांतरित होने के बाद जहां एक तरफ रामलला को अस्थाई मंदिर में शिफ्ट कर परिसर के समतलीकरण का कार्य कराया जा रहा है। इसी बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास नें कुछ साधु-संतों के साथ 11 लीटर काली गाय के दूध से भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया। अब इसी साथ ये माना जा रहा है कि राममन्दिर निर्माण में अब तेजी आएगी।
श्री राम जन्मभूमि परिसर के कुबेर टीला स्थित शशांक शेखर के मंदिर में करीब ढाई घंटे से ज्यादा समय तक चले रुद्राभिषेक की पूर्णाहुति के बाद महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने बताया कि कुबेर टीला पर भगवान शिव स्थापित हैं, भगवान शिव का विधि विधान के साथ अभिषेक किया गया। कहा कि राष्ट्र हो अखंड, सभी रहे सुखी और प्रसन्न, कोरोनावायरस जल्द दूर हो और भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन कर जल्द तैयार हो, इसी कामना के साथ रुद्राभेषेक किया है। राम जन्मभूमि में अंदर कोई निर्माण कार्य नहीं शुरू हुआ है, केवल शिव की आराधना के लिए हम परिसर में आए थे।
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