अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के आई0ई0टी0 संस्थान में "पाइथन प्रोग्रामिंग विथ वर्चुअल लैब" विषय पर पांच दिवसीय ई-वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है। ई-वर्कशॉप के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने कहा कि वर्तमान समय में पाइथन प्रोग्रामिंग नई तकनीकी के अनुप्रयोग में लाभप्रद है। विश्वव्यापी महामारी कोरोना के समय शिक्षा जगत के लिए वर्चुअल लैब प्लेटफार्म ही प्रैक्टिकल सीखने में सहायक है। प्रो0 दीक्षित ने कहा कि अब यह आवश्यक हो गया है कि कंप्यूटर से लेकर प्रशिक्षण और अन्य तकनीकी कार्यों में वर्चुअल प्लेटफार्म को विकसित किया जाए।
कार्यक्रम में मुख्य विशेषज्ञ नेशनल इनफार्मेशन सेंटर नई दिल्ली के मुख्य प्रोग्रामर इंजीनियर वसीम ने प्रातिभागियो को पाइथन प्रोग्रामिंग के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पाइथन जीयूआई आधारित डेस्कटॉप अनुप्रयोग, छवि प्रसंस्करण और ग्राफिक डिजाइन अनुप्रयोग, वैज्ञानिक और कम्प्यूटेशनल अनुप्रयोग, खेल, वेब फ्रेमवर्क और वेब अनुप्रयोग, उद्यम और व्यावसायिक अनुप्रयोग, ऑपरेटिंग सिस्टम, भाषा विकास, प्रोटोटाइप आदि में उपयोग किया जाता है। साथ ही उन्होंने वर्चुअल लैब के द्वारा प्रतिभागियों को पाइथन प्रोग्राम्स रन कराकर प्रेक्टिकल कराया तथा बताया कि पाइथन प्रोग्रामिंग मोबाइल पर भी किये जा सकते है। कार्यक्रम में वक्ता के रूप में दिलीप गुप्ता, प्रोजेक्ट डिलीवरी मैनेजर ऐप इन्वेंटिव टेक्नोलॉजी नोएडा ने प्रतिभागियों को पाइथन के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
छात्र अधिष्ठाता कल्याण प्रो0 आर के तिवारी ने बताया कि पाइथन प्रोग्रामिंग एवं वर्चुअल लैब प्लेटफॉर्म आज की आवश्यकता है। इसके लिए छात्र निरन्तर अपडेट होते रहे। डीन प्रबंधन संकाय प्रो0 अशोक शुक्ला ने इस महामारी में व्यवसाय के संतुलन में तकनीकी ज्ञान और प्रयोगात्मक कार्यों को डिजिटल वैल्यू और ग्लोबल इकोनामी में कैसे चेंज किया जाए इस पर विस्तृत व्याख्यान दिया। आईआईटी के निदेशक प्रो0 रमापति मिश्र ने ई-वर्कशॉप में प्रतिभाग करने वाले सभी अतिथियों, शिक्षकों, वक्ताओं एवं छात्रों को स्वागत प्रेषित किया एवं पाइथन प्रोग्रामिंग के उपयोग एवं अनुप्रयोग के बारे के छात्रों को जानकारी दी। वर्कशाप के संयोजक डाॅ0 बृजेश भारद्वाज ने पाइथन के उपयोग की चर्चा करते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर अखिलेश कुमार ने बताया कि 300 से अधिक छात्रों ने पाइथन कार्यशाला में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में डॉ जैनेन्द्र प्रताप, राजीव कुमार, विवेक अमलानी, कविता श्रीवास्तव, अनुराग सिंह, परितोष त्रिपाठी , रमेश मिश्र एवं सौमित्र पाल आदि ने सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर रामनंदन त्रिपाठी, अमित भास्कर, दिलीप कुमार, आशीष पाण्डेय, प्रवीण मिश्र नवीन पटेल, अमरेश यादव सहित अन्य शिक्षक एवं अन्य छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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