रिपोर्ट : अभिषेक तिवारी
(अयोध्या):
भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तिथि जैसे-जैसे करीब आ रही है, श्रृंगीऋषि आश्रम और उसके आसपास के क्षेत्रों में उत्साह और उल्लास का माहौल बढ़ता जा रहा है। पांच अगस्त को भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं। लोग इस बात को लेकर खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि इस पौराणिक स्थल का सीधा संबंध भगवान श्री राम से जुड़ा हुआ है।
रामायण व विभिन्न धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है कि महर्षि श्रृंगी ऋषि ने बस्ती जिले के मखौड़ा नामक स्थान पर पुत्रेष्टि यज्ञ कराया था। श्रृंगीऋषि आश्रम के आसपास के लोग मंदिर निर्माण के भूमि पूजन को लेकर गदगद हैं। मया ब्लॉक के महबूबगंज बाजार के निकट सरयू नदी के किनारे स्थित श्रृंगीऋषि आश्रम से अयोध्या की दूरी लगभग 40 किलोमीटर है। यहां कार्तिक पूर्णिमा,चैत रामनवमी, मौनी अमावस्या पर स्नान व पूजापाठ होता चला आया है। भाजपा के युवा नेता गजेंद्र पांडेय, बिदकुमार विश्वकर्मा, कुंजन शाहू, रमेश पांडेय, पंकज सिंह, शिवकुमार यादव, संतोष यादव, महबूबगंज नगर व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष उदयभान गुप्त, दीपक गुप्त, मातागुलाम साहू, शिवकुमार सैनी, नगर पंचायत सभासद प्रशांत गुप्त, पूर्व सभासद कन्हैयालाल त्रिपाठी आदि ने भूमि पूजन के दिन दीपावली मनाने की बात कही।
इनसेट....
श्रृंगीऋषि आश्रम स्थित रामजानकी मंदिर के महंत बाबा जगदीश दास, ललिता दास, जसवंत दास व महेंद्र गोस्वामी आदि संत महंतों ने बताया कि इस पौराणिक स्थल का संबंध त्रेतायुग से है। लोक मान्यता है कि श्रृंगीऋषि आश्रम रामनगरी अयोध्या का प्रथम द्वार एवं चौरासी कोसी परिक्रमार्थियों का पड़ाव स्थल भी है।
0 comments: