अयोध्या। नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पुलिस चौकी हवाई पट्टी के पीछे गंजा मार्ग पर बद्री प्रसाद वर्मा का मकान है, जो विकासखंड बीकापुर में सहायक विकास अधिकारी के पद पर तैनात हैं। उनके घर कच्छा बनियान पहने चोरों का एक गिरोह ने घटना को अंजाम देने घुसा तो जरूर लेकिन बच्चों के सूझबूझ से पड़ोसियों के जाग जाने से चोरों को खाली हाथ ही भागना पड़ा, ले जा सके तो मेज पर रखे केवल 20 रुपये।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गृह स्वामी अपने पैतृक निवास तारून चचेरे भाई के आकस्मिक दुर्घटना से निधन होने पर गए हुए थे। उस समय उनके नाका स्थित आवास पर 3 बच्चे ही घर में थे। सुबह करीब 3-4 बजे के बीच चोरों/डकैतों का गिरोह घर के अंदर प्रवेश करने हेतु बाहर के उत्तरी दरवाजे को तोड़ना शुरू किया, ना टूटने पर दरवाजे का दिलहा तोड़कर अंदर घुस गए। अंदर से दरवाजा खोलना चाहे परंतु जल्दी में उसमे लगा लाक खोल नहीं सके। उस कमरे में स्थित अलमारी तथा अटैची को खोलकर उसमें रखे सामान को बिखेर दिए। कमरे से अंदर जाने के लिए पुनः दरवाजा तोड़ने पर जुटे ही थे कि बच्चे तोड़फोड़ की आवाज सुनकर पहले पड़ोसी को, फिर पुलिस को घर में हो रही घटना की जानकारी दिया। पुलिस तो आधे घंटे बाद पहुंची परंतु पड़ोसियों ने तत्काल अपनी-अपनी छतों पर चढ़कर हल्ला-गुहार मचाना, ईट चलाना शुरू कर दिया। बाहर से लोगों के हल्ला- गुहार सुनकर पकड़े जाने के डर से चोर घर से निकल कर भाग खड़े हुए। पड़ोसियों के आने पर घर के अंदर से बच्चे बाहर निकले।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया की चार चोर घर के अंदर घुसे थे दो बाहर घूम रहे थे।पड़ोसियों के हल्ला मचाने पर जल्दी में भागते समय 3 लोहे की रॉड लान में छूट गई, इसके अलावा एक कटर, दो छीनी, एक पेचकस, आधी जली मोमबत्ती, 2 जोड़ी चप्पल लान में था एवं 2 जोड़ी चप्पल लान के बाहर पड़ा हुआ मिला। लोगों ने बताया कि बदमाश कच्छा एवं गोल गले की बनियान पहने हुए थे। मौजूद लोगों ने बताया कि उनके मिले सामान एवं बर्बरता पूर्ण ढंग से की गई तोड़फोड़ से बावरिया गिरोह से इनकार नहीं किया जा सकता है।
बच्चों के समय से टेलीफोन द्वारा पड़ोसियों को जगाने से एक बड़ी घटना को रोका जा सका है। पड़ोसियों की हरकत में आने से चोरों के हाथ कुछ नहीं लग पाया बल्कि उन्हें अपना ही सामान फेंक कर भागना पड़ा। बच्चों ने बताया कि कमरे मैं मेज पर पड़ा केवल 20 रूपये ही ले जा पाए हैं।
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