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रिपोर्ट: अभिषेक तिवारी
सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अजब-गजब खेल देखने हों तो मिल्कीपुर तहसील आइए
यहां भ्रष्टाचार और अनियमितता के नायाब नमूने आपको देखने के लिए मिल जाएंगे
अधिकारियों से शिकायत का भी कोई ज्यादा असर यहां पर नहीं दिखाई देता है
मिल्कीपुर_अयोध्या।
जिले के मिल्कीपुर तहसील में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को ध्वस्त करने में उनके अधिकारियों/ कर्मचारियों का अहम रोल है। गरीबों का राशन कार्ड बनाना तो दूर, उनके बने हुए राशन कार्ड को भी काटा जा रहा है। जिसका जीता जागता उदाहरण तहसील क्षेत्र के ग्राम घुरेहटा में देखने को मिला।
मिल्कीपुर तहसील के घुरेहटा गांव की रहने वाली एक विधवा महिला देवकी देवी पत्नी स्वर्गीय नरसिंह। जिसके पुत्र का एक्सीडेंट हो गया है। बमुश्किल एक बीघे खेत है, परिवार में छोटे-छोटे चार-पांच बच्चे हैं।
लेकिन इस महिला का राशन कार्ड यह कहते हुए काट दिया गया कि यह अपात्र है।यही नहीं इस गांव में आज भी सैकड़ों ऐसे गरीब परिवार हैं। जिनके पास एक विस्वा की खतौनी नहीं है। लेकिन उनका राशन कार्ड नहीं बनाया जा रहा है। कई गरीब परिवार तो लॉकडाउन के दौरान भिक्षाटन करने को भी मजबूर हुए। अब जिन गरीबों का बना है उनका कटना भी शुरू हो गया।
ग्रामीणों ने बताया कि इस तहसील में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में बड़ा गड़बड़झाला हो रहा है। लेकिन इसके बावजूद जिले का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझता है।
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