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रिपोर्ट:अशोक कुमार वर्मा
बीकापुर अयोध्या
जिले में तमाम सामाजिक संगठन भले ही बेटी और बेटा के बीच फर्क समाप्त करने के प्रयास कर रहे हो परंतु हकीकत में अभी ऐसा नहीं हो पा रहा है । लगातार लड़कियों के साथ भेदभाव की शिकायतें आती रही हैं । ताजा मामला बीकापुर तहसील क्षेत्र से जुड़ा हुआ है जहां शनिवार छः बजे शाम एक नवजात शिशु मृत्यु अवस्था में बीकापुर से इनायतनगर को जोड़ने वाली सड़क के किनारे गांव निवासी रामकरन यादव के गन्ने के खेत में एक नवजात शिशु पॉलीबैग में मृत अवस्था पाया गया।
नवजात शिशु देखने में स्वास्थ्य दिखाई दे रहा था। ग्रामीणों द्वारा आशंका जताई जा रही है कि प्रथम दृष्टया यही लगता है किसी कलयुगी मां ने लोक लाज के भय से बच्चे को पॉलीबैग में भरकर गन्ने के खेत में फेंक दिया है।
मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। ग्राम प्रधान अमरनाथ यादव विनोद मिश्रा द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे स्थानीय पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई शुरु की गई। परंतु पूरे मानव समाज पर इस घटना ने प्रश्नचिंह लगा दिया है । कहीं ना कहीं मानवता का घृडित चेहरा ही कहा जाएगा कि एक नन्ही सी जान को मरने के लिए इस प्रकार खेतों में फेंकने वाली मां क्या इतनी निर्दई हो सकती है ?
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