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रिपोर्ट: अभिषेक तिवारी
गोसाईगंज। कोरोना काल में सब्जियों का राजा आलू के दाम में बेतहाशा वृद्धि होने से गृहणियों का बजट बिगड़ गया है। आलू खुदरा बाजार में एक माह पूर्व 15 से 20 रुपए बिकता था। अब 35 से 40 रुपए प्रति किलोग्राम बिक रहा है। बारिश के मौसम में सब्जियों के दाम उच्चतम सूचकांक पर पहुंच गए हैं। पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि के बाद अब सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। सीजनल सब्जियों के साथ ही आलू, टमाटर एवं प्याज के दामों में भी भारी बढ़ोतरी हुई है। सब्जी मंडी गोसाईगंज में आलू, टमाटर, धनिया, अदरक से लेकर सीजनल सब्जियों के दाम दोगुने से तीन गुना तक बढ़ गए हैं, जिसका सीधा असर आम आदमी की थाली पर पड़ रहा है। गोसाईगंज नवीन सब्जी मंडी के थोक आढ़तिया बजरंगी व हनुमान गौड का कहना है कि खेत में सब्जियों के सड़ने की वजह से दाम में भारी वृद्धि हुई है। 15 दिन पूर्व प्याज का दाम 15 रुपए था जो अब 25 रुपए में बिक रही है। टमाटर 20 रुपए किलो की जगह 50 रुपए में बिक रहा है। परवल 20 की जगह 40 से 50 रुपए किलो बिक रहा है। बोड़ा 20 की जगह 40 से 50 रुपए किलो बिक रहा है। कद्दू 20 रुपए की जगह 40 रुपए किलो, तरोई 20 की जगह 50 से 60 रुपए किलो बिक रही है। क्षेत्र में इस बार आलू का भाव चढ़ा हुआ है। वैसे हर साल जुलाई के महीने में आलू का भाव बीस रुपए का सवा किलो रहता रहा है, लेकिन इस बार दाम तीस रुपये किलो से नीचे नहीं आ रहे। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि आने वाले महीनों में आलू के दाम और बढ़ सकते हैं। दरअसल इस साल बेमौसम की बारिश कई बार हो गई। आलू की पैदावार प्रभावित हो रही है। अक्तूबर व नवंबर के महीने में नया आलू बाजार में आता है, तब वास्तव में कुछ महंगा बिकता है।
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