17 September 2020

अब मिलेगी कोरोना को इलेक्ट्रॉनिक मॉस्क

रिपोर्ट: अभिषेक तिवारी

अयोध्या।डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विवि के एक छात्र शाद अहमद ने कोरोना वायरस को रोकने वाले एक इलेक्ट्रॉनिक मास्क को बनाने का दावा किया है। 
छात्र का कहना है कि यह मास्क संक्रमण की संभावनाओं को तो शून्य करेगा ही, साथ ही इंटरनेट ऑफ थिंग आईओटी तकनीक से भी लैस होगा।
इसमें संक्रमित व्यक्ति बिना कुछ छुएं अपने मास्क से सहारे ही घर की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को ऑपरेट कर सकेगा। अगर मास्क खो गया तो वह अपनी लोकेशन भी बताएगा और एक मीटर की परिधि में किसी के आने पर आप को अलर्ट करेगा। मास्क का वजन 90 ग्राम है। इसे बनाने में करीब 300 रुपये खर्च हुए हैं।
मंगलवार को 'इंजीनियर्स डे' के मौके पर आईईटी में आईटी तृतीय वर्ष के छात्र शाद अहमद ने इस मास्क का डेमो दिया। डेमो के दौरान शाद ने बताया ही पूरे मास्क में चार फिल्टर लगे हुए हैं। दो मास्क के अंदर, एक साइड में व एक मास्क के बाहरी तरफ लगाया गया है।
वह बताते हैं कि अंदर के दोनों फिल्टर अंदर पहुंचने वाली ऑक्सीजन को छानते हैं। इससे ऑक्सीजन के साथ कोविड वायरस के पहुंचने की संभावना शून्य होती है। उनका कहना है कि जो बाहर फिल्टर लगा है, वह 95 प्रतिशत शुद्ध ऑक्सीजन को खींचता है।
बाकी का काम अंदर के दो फिल्टर करते हैं। मास्क के अंदर एक छोटा सा फैन भी लगाया गया है। शाद ने बताया कि गर्मी के चलते कुछ देर मास्क लगाने के बाद लोग उसे हटा देते हैं और कुछ देर बाद फिर लगाते हैं। इससे संक्रमण की संभावना बनी रहती है लेकिन इस इलेक्ट्रॉनिक मास्क में फैन लगा होने के कारण आपको गर्मी का अहसास नहीं होता है। ये अंदर की गर्मी को लगातार बाहर निकाला करता है।
ये फैन ऑक्सीजन को खींचता है और कॉर्बन डाई ऑक्साइड को बाहर निकालने का काम करता है। वह बताते हैं कि मास्क में आईओटी सिस्टम भी लगाया गया है। इससे संक्रमित व्यक्ति अपने घर के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों को बिना हाथों से छुएं मास्क के सहारे ही संचालित कर सकता है। मास्क के खो जाने पर मोबाइल के जरिये इसको ढूंढा भी जा सकता है। साथ ही एक मीटर की दूरी में किसी के आने पर भी ये बीप अलर्ट देता है। वह बताते हैं कि बिना आईओटी के ये मास्क 200 रुपये के आसपास व आईओटी तकनीक के साथ ये 300 रुपये की लागत में बनकर तैयार होगा। इसका वजन 90 ग्राम के आसपास होगा।
बांधने के लिए भी है विशेष प्रबंध
शाद अहमद बताते हैं कि आमतौर पर कपड़े के मिलने वाले ब्रांडेड मास्क 10 से 15 ग्राम के होते हैं लेकिन इलेक्ट्रॉनिक मास्क का वजन 80 से 90 ग्राम का होगा। इसलिए इसको बांधने का भी पूरा प्रबंध किया गया है। इसमें मास्क के दोनों तरह 4 पट्टियां लगाई गईं हैं। इसकी सहायता से इसको ले जाकर सेट किया जाता। इसमें भी एक फिल्टर लगा है। मास्क में 4 छोटी लाइटें भी लगी हैं जो अंधेरे में टार्च का भी काम करेंगी। वह बताते हैं कि डेमो के बाद विवि के प्रोफेसर की ओर से पेटेंट कराने का आश्वासन मिला है।
पेटेंट के लिए किया जाएगा अप्लाई
शाद अहमद की ओर से इलेक्ट्रॉनिक मास्क बनाया गया है। इंजीनियर डे पर इसका डेमो हुआ है। प्रोजेक्ट बहुत अच्छा है। यह आने वाले समय में देश के लिए अति उपयोगी साबित हो सकता है। प्रोजेक्ट में अभी कुछ चीजों की जांच की जा रही है। इसके बाद इसे पेटेंट के लिए अप्लाई किया जाएगा।

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