रिपोर्ट-अशोक वर्मा
बीकापुर। ग्राम पंचायत खजुरहट में हुए विकास कार्यों की जांच में फंसे ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव। घटिया निर्माण के मामले में दोनो लोगों पर लगभग 25हजार 9सौ 65 रुपए का गबन दर्शाया गया। मुख्य मंत्री से लेकर डीएम, सीडीओ को भेजें गये, शिकायत पत्र में भृगुन्दन पुत्र भगौती निवासी ग्राम खजुरहट ने आरोप लगाया है कि डीएम के निर्देश पर ग्राम पंचायत खजुरहट के विकास कार्यों की जांच संयुक्त टीम में क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी व अधिशासी अभियंता लिफ्ट सिंचाई खण्ड अयोध्या के द्वारा जांच पड़ताल में घटिया निर्माण की रिपोर्ट दस फरवरी 2020को मुख्य विकास अधिकारी अयोध्या को प्रस्तुत की गयी है जिसमें ग्राम प्रधान/सचिव के ऊपर मु011832.00/-14135.00 का गबन दर्शाया गया है। उक्त रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कार्यवाही हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी को प्रेषित की गयी जिस पर डी0पी0आर0ओ0 द्वारा ग्राम विकास अधिकारी का नाम/पदनाम खण्ड विकास अधिकारी विकास खंड बीकापुर से मांगा गया जिस पर खंड विकास अधिकारी बीकापुर द्वारा 20फरवरी को ग्राम विकास अधिकारी अभिमन्यु की रिपोर्ट 4 मार्च 2020 को जिला पंचायत राज अधिकारी को प्रेषित की गयी।इस मामले में लगभग सात माह बीतने को अभी तक जिला पंचायत राज अधिकारी के द्वारा ग्राम प्रधान/ग्राम पंचायत विकास अधिकारी से दुरुपयोग की गयी सरकारी धनराशि की रिकवरी/वसूली नहीं की और न ही वैधानिक कार्यवाही की गयी।भृगृन्दन ने जिला पंचायत राज अधिकारी पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि न तो अभी तक सरकारी धन गबन की वसूली करने न तो कठोर कार्रवाई की गई और न ही ग्राम पंचायत खजुरहट में समिति का गठन किया। भृगुन्दन निवासी खजुरहट ने 14 अक्टूबर 2020 को एक बार फिर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को आनलाइन पोर्टल पर संदर्भ संख्या 40017720044270 पर शिकायत दर्ज कराई है। इसके अलावा डीएम और सीडीओ को शिकायत पत्र भेजकर जांच आख्या पंत्राक 167/10/2020का अवलोकन करके ग्राम प्रधान/ग्राम पंचायत सचिव के विरुद्ध बैधानिक कार्यवाही की मांग किया गया है।
0 comments: