रिपोर्ट-कुमकुम
अयोध्या। श्रीराम एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए किए जा रहे भूमि अधिग्रहण मामले में कम मुआवजे का विरोध कर रहे किसानों के पक्ष में बहुजन समाज पार्टी भी सामने आई है। मंगलवार को धर्मपुर गांव पहुंचकर पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ बसपा नेता नकुल दुबे ने धर्मपुर का प्रकरण उच्च न्यायालय ले जाने व पूरे मामले की निशुल्क पैरवी करने का ऐलान किया है। पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने किसानों से कहा कि अब सरकार से किसी तरह की न्याय की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। न्याय पाने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता न्यायपालिका का बचा है। कहा कि मैं पेशे से स्वयं वकील हूं। इसलिए प्रकरण को उच्च न्यायालय तक ले जाने का जिम्मा मेरा है। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी हमेशा ब्राह्मणों दलितों के साथ.साथ सर्व समाज के उत्थान के लिए प्रयासरत रही है। किसी भी वर्ग के साथ अन्याय कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसलिए पूरे प्रकरण की पैरवी न्याय मिलने तक निशुल्क की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार एयरपोर्ट बना रही हैए इससे किसी को कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इतने कम मुआवजा में किसानों को स्थापित नहीं किया जा सकेगा। कहां कि जब तक अलग से एक गांव बनाकर धर्मपुर के सभी लोगों को बसाया ना जाएए अधिग्रहण कतई नहीं किया जाना चाहिए। कहा कि पूरे प्रदेश में इस सरकार में ब्राह्मणोंए दलितों पर अत्याचार हो रहा है। प्रदेश के सभी ब्राह्मणों को धर्मपुर के जैसे ही संकल्प ले लेना चाहिए कि भविष्य में भाजपा के पक्ष में वोट नहीं करेंगे।
बसपा के मंडल कोऑर्डिनेटर व पूर्व जिला पंचायत सदस्य करुणाकर पांडेय ने कहा कि समाज के साथ हो रहा है यह अन्याय किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्योंकि अन्याय बर्दाश्त करने वाला भी उतना ही दोषी होता है। इसलिए किसानों के हक व अधिकार की लड़ाई अंतिम पायदान तक लड़ी जाएगी।
बता दें कि अयोध्या उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर किसानों और जिला प्रशासन के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है, एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहण की जाने वाली जमीन में मिलने वाले मुआवजे की दर अलग-अलग होने के कारण धर्मपुर गांव के किसान लगातार विरोध की आवाजें उठा रहे हैं, जिसके चलते अभी तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया गतिरोध झेल रही है। किसानों का आरोप है कि उन्हें पड़ोस के गांव नंदापुर और जनौरा से बेहद कम कीमत दी जा रही है, जो उन्हें स्वीकार नहीं है।
इस मौके पर पूर्व मंत्री अवनीश सिद्दीकी, छात्रसंघ महामंत्री शशांक पांडेय, गोपाल जी दुबे, सुरेश तिवारी, ज्ञानेंद्र तिवारी, वीरेंद्र तिवारी, राम बक्स कोरी, विजय कोरी, रामभवन कोरी, संतोष कोरी, पूर्व प्रधान अनिल विश्वकर्मा, विशेश्वर नाथ तिवारी, शशिकला, क्रांति आदि मौजूद रहे।
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