26 October 2020

विजयादशमी पर आरएसएस का शस्त्र पूजन, लंबे समय से चली आ रही है परंपरा


रिपोर्ट-अभिषेक तिवारी

गोसाईगंज। संघ की स्थापना 1925 में विजयादशमी यानी दशहरा के दिन हुई थी। संघ के स्थापना दिवस कार्यक्रम में हर साल शस्त्र पूजन' खास रहता है, इसी को लेकर रविवार सुबह 6:30 बजे महादेवाघाट तमसा तट के किनारे राष्ट्रीय स्वयंसेवक के जिला संघचालक राकेश जी अवध प्रांत के समग्र ग्राम विकास प्रमुख लाल दास जी सरसंघचालक  ओम प्रकाश जी खंड कारवां उपेंद्र जी सा खंड कारवां मोहित जी नगर प्रचारक अभिषेक जी के तरफ से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के अवध प्रांत के राकेश जी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में परंपरागत तरीके से पहले ध्वज को नमस्कार कर और अपने अपने शस्त्रों को प्रभु श्री राम के चित्र के सामने रख उसका पूजन किया। खंड कारवां मोहित गुप्ता जी ने बताया कि दशहरा के मौके पर शस्त्रधारियों के लिए हथियारों के पूजन का विशेष महत्व है, इस दिन शस्त्रों की पूजा घरों और सैन्य संगठनों द्वारा की जाती है। नौ दिनों की उपासना के बाद 10वें दिन विजय कामना के साथ शस्त्रों का पूजन किया जाता है। विजयादशमी पर शक्तिरूपा दुर्गा, काली की पूजा के साथ शस्त्र पूजा की परंपरा हिंदू धर्म में लंबे समय से रही है, छत्रपति शिवाजी ने इसी दिन मां दुर्गा को प्रसन्न कर भवानी तलवार प्राप्त की थी। इस मौके पर नगर प्रचारक अभिषेक जी खंड सेवा प्रमुख हेमंत जी ओमप्रकाश सोनी जी प्रदीप जायसवाल जी बजरंग प्रसाद चौरसिया जी शशिकांत गुप्ता जी राम निहाल जी विनोद जी गप्पू बरनवाल जी रामनाथ जी अनिल कुमार मल्हु नामित सभासद अवधेश स्वर्णकार राजन सोनी जी प्रवीण उपाध्याय जी श्री प्रकाश जायसवाल जी विनोद बरनवाल जी अनिल कुमार मल्लू जगदम्बा सोनी आदि सैकड़ो इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।


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