ब्यूरो रिपोर्ट
अयोध्या। अयोध्या के सबसे संवेदनशील क्षेत्र राम जन्मभूमि थाने में तैनात सिपाही की मर्डर मिस्ट्री का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, एक तरफा मोहब्बत के चलते साथी महिला कर्मी ने ही अपनी दो बहनों और सहयोगियों के साथ मिलकर सिपाही की हत्या कर दी और शव को सड़क के किनारे फेंक दिया। जानकारी के अनुसार हत्या की मास्टरमाइंड महिला सिपाही एकतरफा प्यार के चलते मृतक योगेश चौहान को लेकर 07 अक्टूबर को अयोध्या से रवाना हुई और बहनो और उनके साथियों के साथ मिल हत्याकर शव को इटावा जनपद के लवेदी थाना क्षेत्र में सुनसान जगह पर फेंक दिया।
बता दें कि 2019 बैच के सिपाही योगेश चौहान और इसी बैच की पुलिसकर्मी मंदाकिनी की पहली पोस्टिंग अयोध्या के थाना राम जन्मभूमि में हुई थी, जाहिर सी बात है कि दोनों में जान पहचान भी रही होगी! 7 अक्टूबर को दोनो अवकाश लेकर अपने-अपने घरों के लिए रवाना हुए, लेकिन 8 अक्टूबर को योगेश चौहान का शव इटावा जनपद के लवेदी थाना क्षेत्र में सुनसान जगह पर अर्धनग्न अवस्था में मिला, जिसके बाद से ही शक की सूई बार-बार महिला सिपाही को तरफ इशारा कर रही थी।
एसपी ग्रामीण इटावा ओमवीर सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 8 तारीख को सुबह थाना लवेदी में बहादुरपुर गांव के पास एक अज्ञात डेडबॉडी मिली थी, 2 दिन बाद उसकी शिनाख्त राम जन्मभूमि थाना अयोध्या में तैनात सिपाही के रूप में हुई। जांच के बाद सामने आया कि वहीं पर तैनात महिला कांस्टेबल ने ही अपने बहन बड़ी बहनों और उनके साथियों के साथ मिलकर सिपाही की हत्या कर दी थी। एसपी ग्रामीण ने यह भी बताया कि योगेश और महिला सिपाही में शादी को लेकर कुछ विवाद चल रहा था, जिसको हल करने के बहाने ही वह अपनी बड़ी बहनों से मिलाने मृतक योगेश को लायी थी।
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