रिपोर्ट-कुमकुम
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध वि-रु39यवविद्यालय के वीमेन ग्रिवेंस एण्ड वेलफेयर सेल द्वारा आयोजित मिशन शक्ति अभियान में छठें दिन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अवध विश्वविद्यालय के प्राथमिक स्वास्थ्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 दीपशिखा चौधरी ने महिलाओं में एनीमियाः लक्षण बचाव एवं इलाज विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महिलाओं में एनीमिया के प्रति सरकार सतर्क है। इसके लिए एनीमिया मुक्त भारत बनाना चाहती है। इससे बचने के लिए पोषण युक्त भोजन पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि 15 अक्टूबर पोषण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसमें एनीमिया के प्रति जागरूक किया जायेगा। किशोरावस्था के दौरान पोषक तत्वों की ज्यादा आवश्यकता होती है। अगर किसी को भूख न लगे, जल्दी थक जाना, सास फूलना, नाखूनों का सफेद दिखना, पैरो में सूजन एनीमिया के लक्षण है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाएं फोलिक एसिड जरूर ले। एनीमिया से बचने के लिए संतुलित आहार ले। उन्होंने बताया कि मटर आयरन का अच्छा स्त्रोत है। आलू को छिलके के साथ धोकर बनाकर लेने से आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है। व्रत में भी हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। मशरूम, हरी सब्जी, मटर, टमाटर, कद्दू, चना गुड़, अलसी खाने से खून की कमी से बचा जा सकता है। खाने में 7 मिलीग्राम आयरन होना चाहिए। हम स्वस्थ्य रहकर ही भारत के सतत विकास की कल्पना कर सकते है।
कार्यक्रम में वीमेन ग्रिवेंस एण्ड वेलफेयर सेल की समन्वयक प्रो0 तुहिना वर्मा ने बताया बालिकाओं और महिलाओं को आत्मसम्मान, सुरक्षा एवं सशक्तीकरण के लिए जागरूक बनाना है तो उनको संतुलित आहार लेना और प्रतिरोधक क्षमता ब-सजय़ाना बहुत जरूरी है। परिवार के सभी लोगों को महिलाओं के खान-ंउचयपान का ध्यान रखना चाहिए। सशक्त महिलाओं से सशक्त राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है। उन्होने बताया कि कार्यक्रम में मातृ शक्ति शीर्षक पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम
का संचालन वीमेन ग्रिवेंस एण्ड वेलफेयर सेल की सदस्य डाॅ0 सरिता द्विवेदी ने किया। तकनीकी सहयोग इंजीनियर राजीव कुमार ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव उमानाथ, सेल की सह समन्वयक डाॅ0 सिंधु सिंह, सदस्य डाॅ0 महिमा चैरसिया, इंजीनियर मनीषा यादव सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं प्रतिभागी आनलाइन जुड़े रहे।
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