रिपोर्ट:पीके सोनी
हैदरगंज। थाना हैदरगंज क्षेत्र में वन विभाग की मिली भगत से हरे पेड़ काटने का मामला सामने आया है, पूरा खेल फल न देने वाले व उम्र पूरी करने वाले 14 आम और महुआ के रोग ग्रस्त पेड़ों को काटने का परमिट जारी कर किया जा रहा है, यानि नाम किसी और का और काम किसी और का।
बता दें कि हैदरगंज थाना क्षेत्र के भोपा डुहिया गांव में स्थित बाग में दर्जनों आम महुआ के हरे और फलदार पेड़ों को काटकर गिरा दिया गया। जबकि कटे हुए पेड़ फल देते रहे हैं। ऐसे पेडो़ की वन विभाग और उद्यान विभाग द्वारा बिना देखे ही परमिट भी जारी कर दी गई।
इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी बीकापुर हरिश्चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि आम और महुआ के सभी हरे वृक्ष काटे जा सकते हैं जो फल नहीं दे रहे हैं और अपनी आयु पूरी कर चुके हैं। फल न देने वाले व उम्र पूरी करने वाले 14 आम और महुआ के रोग ग्रस्त पेड़ों को काटने का परमिट जारी कर दिया गया है। जबकि सारा खेल हरे पेड़ों की कटान में परमिट की आड़ लेते हुए वन विभाग की मिलीभगत से किया जा रहा है। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अब देखना है कि वन विभाग के जिले के उच्चाधिकारी सहित जिला अधिकारी जहां वृक्ष लगाओ अभियान का नारा दे रहे हैं वहीं इस तरह का खेल खेला जा रहा है इस पर क्या कार्यवाही होती है।
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