ब्यूरो रिपोर्ट
अयोध्या। डाक विभाग तथा संकटमोचन सेना ट्रस्ट ने देश के कोने-कोने में श्री हनुमान गढ़ी अयोध्या धाम का प्रसाद पहुँचाने की सेवा का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि लखनऊ परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री विवेक कुमार दक्ष ने शिरकत करते हुए कहा कि श्री हनुमान गढ़ी धाम का विशेष आवरण न सिर्फ देश के भीतर बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सांस्कृतिक सन्देशवाहक का कार्य करेगा। रामायण पर जारी डाक टिकटों को इस आवरण पर लगाकर और भी महत्वपूर्ण बनाया गया है। श्री दक्ष ने यह भी कहा कि डाक टिकट और विशेष आवरण सदैव सांस्कृतिक संदेशवाहक की भूमिका निभाते हैं। ऐसे में इस आवरण से पूरे विश्व में श्री हनुमान और श्रीराम से जुड़े सम्बन्धों का प्रसार होगा। दुनिया भर के डाक टिकट संग्राहकों के लिए यह एक अमूल्य निधि की तरह है। साथ ही श्री दक्ष ने घर बैठे हनुमान गढ़ी के प्रसाद की सेवा शुरू करते हुए कहा कि आज से देश में अयोध्या के श्रद्धालुओं को घर बैठे ही प्रसाद मिलने से उन्हें सुखद अनुभूति होगा ।
आर एन्ड सी कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण मोहन सिंह ने कहा कि आवरण के माध्यम से विश्व में श्री हनुमान गढ़ी मंदिर और अयोध्या की महिमा का प्रसार होगा और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। संकटमोचन सेना ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय दास ने कहा कि जिस प्रकार हनुमानजी ने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी के प्राण बचाये हैं उसी प्रकार डाक विभाग घर घर हनुमानजी का प्रसाद पहुंचाकर इस कोविड महामारी को दूर भगायेगा।
फैजाबाद मण्डल के प्रवर अधीक्षक डाकघर आर एन यादव ने बताया कि प्रसाद मंगवाने के लिए भक्तों को संकटमोचक प्रसाद (लड्डू, तश्वीर, महावीरी, किताब) के लिए रु. 251/- अथवा महावीर प्रसाद (लड्डू, तश्वीर, महावीरी, किताब, तुलसी माला, हनुमान यंत्र) रु.551/- का ई-मनीआर्डर सबपोस्टमास्टर अयोध्या-224123 को भेजना होगा जिसके बदले में संकटमोचन सेना ट्रस्ट द्वारा श्रीहनुमानगढ़ी मंदिर के सौजन्य से उपलब्ध कराए गए प्रसाद को श्रद्धालुओं तक डाक के माध्यम से पहुँचाया जायेगा ।
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