नगर निगम चुनाव में शुरू हुई बगावत और जंग
नगर निगम चुनाव: कमल और भगवे के बीच होगी टक्कर...!
अयोध्या: भारतीय जनता पार्टी के लिए नाक की सीट मानी जाती है, चाहे वह लोकसभा हो, विधान सभा या फिर नगर निगम। लेकिन इस बार नगर निगम के चुनाव में बगावत की जंग शुरू हो चुकी है और इस बार मेयर के चुनाव में कमल से भगवे की टक्कर मानी जा रही है। हालांकि इस जंग में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी पीछे नहीं है।
अब हम आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है..... मेयर का टिकट न मिलने के बाद भाजपा नेता व मित्र मंच के प्रमुख शरद पाठक बाबा ने बगावत छेड़ दी है, बाबा ने पहले तो अपनी पत्नी अनीता पाठक को मेयर के चुनाव में भाजपा के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार कर भगवा के साथ चुनाव प्रचार करने का एलान कर दिया, इतना ही नही इसके बाद टिकट न मिलने पर भाजपा से नाराज निर्दल पार्षद प्रत्यासियों को अपने समर्थन में एक जुट करना भी शुरू कर दिया है। कई निर्दल प्रत्यासियों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शरद पाठक बाबा ने भाजपा संगठन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेताओं की उपेक्षा करते हुए एक कांग्रेसी नेता को मेयर का टिकट दिया गया है और 2017 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने कांग्रेस में रहते हुए भाजपा के शीर्ष नेताओं पर अभद्र टिप्पणी की थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है मेरे या मेरे परिवार के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराए जाएं लेकिन हम इसके लिए तैयार हैं।
जानिए, कौन हैं भाजपा प्रत्याशी गिरीश पति त्रिपाठी
गिरीश पति त्रिपाठी अयोध्या के वशिष्ठ पीठाधीश्वर तीन कलश मंदिर के महंत हैं। इनका लंबा राजनीतिक सफर रहा है, लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहते हुए जिलाध्यक्ष के तौर पर काफी काम किया है। लेकिन 2017 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी के साथ जुड़ गए। इनकी पीठ का अयोध्या के साथ पूर्वांचल में अच्छा प्रभाव है, उससे 10 लाख से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं। इसके अलावा वो कथा वाचन भी करते हैं। त्रिपाठी सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैं, वहां पर भी उनके बड़ी संख्या में फॉलोवर्स हैं, इस बार अयोध्या नगर निगम में बीजेपी ने अपने मौजूदा मेयर ऋषिकेश उपाध्याय का टिकट काट कर उनकी जगह पर गिरीश पति त्रिपाठी को टिकट दिया है।
जानिए, कौन हैं शरद पाठक "बाबा" और अनीता पाठक
शरद पाठक "बाबा" लंबे समय से भाजपा से जुड़े रहकर हिंदुत्व से जुड़े तमाम मुद्दों को लेकर आवाज उठाते रहे हैं। अयोध्या नगर निगम चुनाव को लेकर शरद पाठक बाबा ने एक सीवी जारी की है, जिसके अनुसार धारा 370 और आर्टिकल 35A के विरोध में अयोध्या से कश्मीर के लाल चौक के लिए तिरंगा यात्रा निकाली थी।त्रेतायुग की त्रिलोदकी गंगा नदी के पुनर्जीवन के अभियान का नेतृत्व किया, जिसमें सफ़लता मिली। देश के इतिहास में पहली बार अयोध्या में मित्र मंच के तत्वावधान में वर्ष 2018 में 100 से अधिक मुस्लिमों के साथ जय श्री राम के नारों के साथ पंचकोसी परिक्रमा किया। महारानी पद्मावती व 16000 महिलाओं के जोहर दिवस को हिंदुस्तान के कई शहरों में व विश्व के कई देशों में बलिदान दिवस पर सम्मान दिवस के रुप में मनाया। श्री राम चरित्र मानस, रामायण एवं श्रीमद् भागवत गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित कराने के लिए अभियान चला रहे हैं।अयोध्या में राम पथ निर्माण चौड़ीकरण में व्यापारी भाइयों से वार्ता कर कंधे से कंधा मिलाकर चलने का वादा भी किया है। CAA के समर्थन में सम्पूर्ण अयोध्या में जन जागरुकता अभियान चलाया।
0 comments: