अयोध्या: निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है और दूसरे चरण की भी नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है ऐसे में नगर निगम अयोध्या जैसे महत्वपूर्ण सीट को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी गणित बैठाना शुरू कर दिया है। समाजवादी पार्टी ने इस बार पूर्व विधायक जय शंकर पांडे के बेटे आशीष पांडे दीपू पर दांव खेला है तो वहीं दूसरी तरफ बसपा ने इस बार पिछड़ा कार्ड खेलते हुए राममूर्ति यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने टिकट को लेकर अभी भी कशमकश जारी है।
यह है अयोध्या का चुनावी समीकरण
नगर निगम अयोध्या पर भाजपा के साथ-साथ सपा और बसपा की भी नजर है, सभी पार्टियां अयोध्या जैसी महत्वपूर्ण सीट पर कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। लिहाजा प्रत्याशियों को लेकर बेहद सावधानी बरती जा रही है। बता दें कि अयोध्या नगर निगम बनने के बाद भाजपा प्रत्याशी के तौर पर ऋषिकेश उपाध्याय ने सपा की ट्रांसजेंडर प्रत्याशी गुलशन बिंदु को कांटे की टक्कर के बाद 3593 मतों के अंतर से हराया था। लेकिन इस बार विस्तारीकरण में 41 गांव और जोड़ने से चुनावी समीकरण बदलता नजर आ रहा है। विस्तारीकरण के बाद अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में 3,32,290 मतदाता है। जिसमें 50% ग्रामीण 50% शहरी शामिल हैं। नगर निगम अयोध्या क्षेत्र में लगभग 1,10,000 सामान्य मतदाता हैं, इसके साथ ही लगभग 60,000 मुस्लिम मतदाता और लगभग 70,000 बैकवर्ड व एससी/एसटी मतदाता लगभग 40,000 हैं इसके साथ ही करीब 25,000 साधु संत हैं। अब सवाल यह है कि जातीय समीकरण के हिसाब से अयोध्या में किसकी जीत होगी, कौन बनेगा अयोध्या का मेयर, यह आने वाली तारीख तय करेगी, लेकिन सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है।
सपा ने आशीष पांडेय दीपू को बनाया प्रत्यासी
समाजवादी पार्टी ने आशीष पांडेय उर्फ दीपू को अयोध्या नगर निगम से मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है। आशीष पांडेय अंबेडकरनगर जनपद की कटेहरी विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक रह चुके और मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे जय शंकर पांडेय की बेटे हैं और अयोध्या विधानसभा से पूर्व राजमंत्री और सपा प्रवक्ता तेज नारायण उर्फ पवन पांडेय के भांजे हैं। आशीष पांडेय की राजनैतिक सक्रियता से अधिक सामाजिक सक्रियता रही है मगर उनके परिवार का राजनैतिक अनुभव उनके लिए बड़ा काम आ सकता है।
आशीष पांडेय, दीपू सपा प्रत्यासी
बसपा ने खेला पिछड़ा कार्ड, राममूर्ति यादव पर लगाया दांव
बसपा ने इस बार पिछड़ा कार्ड खेलते हुए राममूर्ति यादव को मैदान में उतारा है। राममूर्ति यादव नगर निगम क्षेत्र के पुरुषोत्तम नगर वार्ड (हांसापुर) निवासी हैं और सन 2016 से बसपा में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इसके साथ ही साथ नगर निगम के विस्तारीकरण से पहले ग्राम सभा हाँसापुर के पूर्व प्रधान भी रह चुके हैं। तो इनका नगर निगम के क्षेत्र का स्थानीय होना और बैकवर्ड प्रत्याशी होना इनके लिए बड़ा फायदेमंद हो सकता है।
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